
इस पेंटिग से लगता है कि कष्टहरणी घाट पहले मीर कासिम के सैनिक इस्तेमाल करते थे. गंगा के उस पार बैठ कर बनाए गए इस पेंटिग में कष्टहरणी घाट के साथ साथ कर्णचौड़ा भी नजर आ रहा है. जहां मीरकासिम का सेनापति रहा करता था. साथ ही दाहिने तरफ जमालपुर की पहाड़ियां नजर आ रही है.. जो आज भी उसी तरह मौजूद है. चुपचाप .. मुंगेर की बदहाली पर आंसू बहा रहा होगा शायद..
No comments:
Post a Comment